रूसी सेना ने यूक्रेन के पूर्वी भाग में 'कछुआ टैंक' (Gerbī Tanka) तैनात कर आक्रमण को तेज किया है, लेकिन यूक्रेनी सेना के ड्रोन हमलों के सामने यह नाकाम साबित हो रहा है।
विशेष रूप से यूक्रेनी सेना सस्ते FPV ड्रोन का इस्तेमाल कर रूसी सेना के टैंकों पर निशाना साध रही है और भारी नुकसान पहुंचा रही है। रूसी सेना खार्किव समेत उत्तर-पूर्वी मोर्चे पर भी आक्रमण तेज कर यूक्रेनी सेना की ताकत को कमजोर करने का प्रयास कर रही है।
यूक्रेनी सेना ड्रोन, तोपखाने और टैंक-रोधी मिसाइलों का इस्तेमाल कर रूसी सेना के वाहनों की कतारों पर हमला कर रही है। इस दौरान कई टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों को नष्ट कर रूसी सेना के आक्रमण को विफल किया जा रहा है।
यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में मोर्चे पर आक्रमण को तेज करने वाली रूसी सेना ने हाल ही में नए टैंक तैनात किए हैं। यह 'कछुआ टैंक' है। इस टैंक की खासियत यह है कि यूक्रेनी सेना के ड्रोन हमलों से बचाव के लिए इसके धड़ पर धातु की सुरक्षा जाल लगाई गई है। लेकिन हाल ही में सामने आए वीडियो से पता चला है कि कछुआ टैंक का बचाव पर्याप्त नहीं है।
पूर्वी यूक्रेन में सक्रिय 79वीं स्वतंत्र एयर असॉल्ट ब्रिगेड ने 14 मई को एक छोटा वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में डोनेट्स्क क्षेत्र के नोवोमिहाइलोव्का गांव के आसपास रूसी सेना के यूक्रेनी सेना पर हमला करते हुए दिखाया गया है। इनमें धातु की सुरक्षा जाल से ढके रूसी टैंक भी शामिल हैं।
79वीं ब्रिगेड ने सोशल मीडिया पर बताया, ''टैंकों पर सुरक्षात्मक धातु जाल लगाने से भी सटीक हमलों से कोई फायदा नहीं हुआ।''
हाल के कुछ हफ़्तों में इंटरनेट पर फैले वीडियो में रूसी सेना ने यूक्रेनी सेना के FPV (प्रथम-व्यक्ति दृश्य) ड्रोन, यानी आत्मघाती ड्रोन हमलों से बचाव के लिए अपने टैंकों को धातु के आवरण से ढका हुआ दिखाया है। धातु के जाल से ढके इस टैंक को 'कछुआ टैंक' कहा जा रहा है और सोशल मीडिया पर इसका मज़ाक उड़ाया जा रहा है।
छोटे हथियारों के विशेषज्ञ मैथ्यू मॉस ने बताया कि यह कछुआ टैंक यूक्रेन के मोर्चे पर हर जगह दिखाई दे रहा है, जिसमें हाल ही में रूस द्वारा आक्रमण शुरू किए गए खार्किव क्षेत्र के उत्तर-पूर्वी हिस्से भी शामिल हैं।
क्या कछुआ टैंक और बढ़ेंगे और उनका स्वरूप एक जैसा होगा? मॉस ने कहा, ''यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कछुआ टैंक कितने प्रभावी हैं और क्या यूक्रेनी सेना इसके अनुकूल होकर और अधिक प्रभावी हमले की रणनीति बना सकती है।''
हाल के कुछ हफ़्तों में यूक्रेनी खुफिया सूत्रों द्वारा जारी किए गए वीडियो में डोनेट्स्क क्षेत्र में रूसी टैंकों के नष्ट होने और सुरक्षात्मक धातु के आवरण के मलबे में बदलने की तस्वीरें दिखाई गई हैं।
यूक्रेनी सेना बड़ी संख्या में सस्ते FPV ड्रोन का इस्तेमाल कर रूसी बख्तरबंद गाड़ियों और टैंकों पर हमला कर रही है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने अप्रैल की शुरुआत में कहा था कि ''रूसी टैंक यूक्रेनी सेना के FPV ड्रोन के 'पसंदीदा निशाना' हैं।''
79वीं ब्रिगेड के अनुसार, यूक्रेनी सेना ने नोवोमिहाइलोव्का के पास ड्रोन, तोपखाने और टैंक रोधी मिसाइलों का इस्तेमाल करके रूसी वाहनों के काफिले पर हमला किया था। ''हमारे जवानों की कुशलता और बेहतरीन टीम वर्क के कारण 4 टैंक, 6 इन्फैंट्री फाइटिंग व्हीकल और 1 आर्मर्ड रिकवरी व्हीकल युद्ध के मैदान में मलबे में बदल गए।''
यूक्रेनी सेना ने बताया कि यह वाहन काफिला ''बड़े पैमाने पर हमले'' का हिस्सा था। रूसी सेना ने इस हमले से ठीक पहले इस गांव के आसपास अपनी गतिविधियों को कुछ समय के लिए रोक दिया था।
नोवोमिहाइलोव्का सबसे आगे का गांव है। यह रूस के कब्जे वाले शहर डोनेट्स्क के दक्षिण-पश्चिम में और रूस द्वारा 2023 के दिसंबर में कब्ज़े वाले मारिंका गांव के दक्षिण में स्थित है। इसके ठीक पास में डोनेट्स्क क्षेत्र के दक्षिणी भाग में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बुखरेडाल भी है। डोनेट्स्क क्षेत्र 2 साल से ज़्यादा समय से युद्ध का केंद्र रहा है।
यूक्रेनी सेना द्वारा 15 मई को दोपहर 1:30 बजे (स्थानीय समय) जारी एक बयान में बताया गया कि रूसी सेना ने नोवोमिहाइलोव्का के उत्तर में कई बार हमला किया था। नोवोमिहाइलोव्का के पश्चिम में स्थित एंटोनिव्का गांव पर भी हवाई हमले किए गए थे।
रूस ने पूर्वी यूक्रेन में हमले तेज करते हुए 15 मई को दावा किया कि उसने यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी खार्किव क्षेत्र के 2 और गांवों पर कब्ज़ा कर लिया है। रूसी सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि उत्तरी मोर्चे पर तैनात रूसी सेना के दस्तों ने प्रिगोबोक और लुकांची पर कब्ज़ा कर लिया है।
रूस ने 10 मई को उत्तर-पूर्व में एक नया मोर्चा खोला था। इस बारे में यूक्रेनी अधिकारियों और पश्चिमी विश्लेषकों का कहना है कि रूस यूक्रेन की सेना को अलग-अलग दिशाओं में फैलाना चाहता है।
पूर्वी और उत्तर-पूर्वी यूक्रेन में लड़ रहे होर्टिट्सा ऑपरेशनल कमांड के लेफ्टिनेंट कर्नल नाज़ार वोल्लोसिन ने बताया, ''रूस यह रोकना चाहता है कि यूक्रेन पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में अपनी रक्षा को मज़बूत करे।'' खार्किव से दूर मोर्चे पर रूसी सेना के हमले बढ़ रहे हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने 15 मई को घोषणा की कि रूसी सेना ने दक्षिणी ज़ापोरिज़िया क्षेत्र के रोबोटिने गाँव पर कब्ज़ा कर लिया है। रोबोटिने वह गाँव है जिसे यूक्रेनी सेना ने 2023 में रूस से वापस छीना था। यूक्रेनी सेना ने 15 मई को बताया कि रूस रोबोटिने के आसपास सेना भेजने की कोशिश कर रहा है। इस इलाके के आसपास ''छोटे-मोटे संघर्ष'' एक दिन में 15 बार हो रहे हैं।